Jupiter In Hindi - बृहस्पति की जानकारी और 30 रोचक तथ्य Interesting Information About Jupiter in Hindi नमस्ते दोस्तों आज हम बात करने वाले...
Jupiter In Hindi - बृहस्पति की जानकारी और 30 रोचक तथ्य
Interesting Information About Jupiter in Hindi
नमस्ते दोस्तों आज हम बात करने वाले है एक ऐसे ग्रह Jupiter in Hindi के बारे में जिसे हम पृथ्वी से भी देख सकते है वो चाँद नहीं बल्कि बृहस्पति है।
इस आर्टिकल में हम बात करने वाले है बृहस्पति के बारे में और जानेगे बृहस्पति जुड़े कुछ रोचक तथ्य amazing facts about jupiter in Hindi जो आपने शायद ही कही सुने या पढ़े होंगे।
बृहस्पति ग्रह की रूपरेखा
द्रव्यमान: 18,98,130 खर ब किलोग्राम (पृथ्वी से 317.83 गुणा ज्यादा)
भू-मध्य रेखा की लंबाई : 4,39,264 किलोमीटर
ज्ञात उपग्रह : 67
भू – मध्य रेखिए व्यास : 1,42,984 किलोमीटर
ध्रुवीय व्यास : 1,33,709 किलोमीटर
ऑर्बिट दूरी: 778,340,821 किमी (5.20 एयू)
सूर्य से दूरी : 77 करोड़ 83 लाख 40 हज़ार 821 किलोमीटर या 5.2 AU (1 AU = सूर्य से पृथ्वी की दूरी)
पहला रिकॉर्ड : 7 वीं या 8 वीं शताब्दी ईसा पूर्व
एक साल : पृथ्वी के 11.86 साल (4332.82 दिन) के बराबर
सतह का औसतन तापमान : -108°C
About Jupiter in Hindi
1. बृहस्पति हमारी आकाश गंगा का सबसे बड़ा ग्रह है, यह इतना बड़ा है की यदि सभी ग्रह को आपस में जोड़ दिया जाये तो वह संयुक्त ग्रह भी बृहस्पति से छोटा ही रहेगा।
2. सबसे पुराने ग्रहों में से एक बृहस्पति ग्रह है बृहस्पति के जरिये पृथ्वी की उत्पति के बारे में पता लगाया जा सकता हैं।
3. बृहस्पति का मैग्नेटिक फील्ड इतना मज़बूत है की यदि आप जूपिटर के सतह पर खड़े हो जाए तो आपका वजन अपने असली वजन से 3 गुना ज्यादा लगेगा।
4. बृहस्पति ग्रह पृथ्वी से 11 गुना भारी है और इसका द्रव्यमान 317 गुना ज्यादा हैं।
5. बृहस्पति ग्रह का चंद्रमा हमारे पूरे सौर मंडल का सबसे बड़ा चंद्रमा हैं यह बुद्ध ग्रह से भी ज्यादा बड़ा है और इसका नाम है गैनीमेडे।
6. पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण के मुकाबले बृहस्पति का गुरुत्वाकर्षण 2.4 गुना ज्यादा शक्तिशाली है। अगर पृथ्वी पर आपका भार 40 किलो है, तो बृहस्पति पर 94 किलो होगा।
7. सूर्य, चंद्रमा और शुक्र ग्रह के बाद पृथ्वी के आसमान से नजर आने वाला बृहस्पति चौथा सबसे चमकीला पिंड है।
8. बृहस्पति ग्रह को एक तारा बनने के लिए 65% और बड़ा होना पड़ेगा।
9. बृहस्पति ग्रह 90% hydrogen, 10% helium और कुछ मात्रा में methane, water, amonia और चट्टानी कणों से मिलकर बना हुआ हैं।
10. बृहस्पति बहुत ही ठंडा ग्रह हैं। इसका सामान्य तापमान -145°C हैं ऐसा इसलिए क्योकि यह सूर्य से बहुत दुरी पर है।
11. ब्रहस्पति jupiter in hindi पूरी तरह गैस के बादलों से बना हुआ ग्रह है इसलिए इस गृह पर कोई जमीन नहीं हैं हैं।
12. अगर धरती और ब्रहस्पति का आकार एक मटर जितना कर दें तो बृहस्पति धरती से 300 मीटर दूर होगा।
13. ब्रहस्पति सोलर सिस्टम का चौथा सबसे ज्यादा चमकने वाला ग्रह हैं इसके अलावा जो अन्य ग्रह चमकते है वो हैं सूरज, चांद और वीनस।
14. सभी वैज्ञानिक यह मानना है कि बृहस्पति ग्रह का उपग्रह युरोपा पर एक विशाल पानी का समुद्र है जिसकी गहराई 100 किलोमीटर से भी ज्यादा हो सकती है।
15. सभी ग्रहों के कुल द्रव्यमान से अकेले बृहस्पति का द्रव्यमान ढाई गुना ज्यादा है और पृथ्वी से 317.83 गुना ज्यादा है।
16. जब सूरज की पराबैंगनी किरणें भृस्पति पर पड़ती है तो उस के बादलों का रंग बदलता रहता है।
Amazing Facts About Jupiter in Hindi
17. बृहस्पति ग्रह का मौसम हमेशा तूफान जैसा रहता है क्युकी बृहस्पति ग्रह पर तेज़ हवाएं चलना आम सी बात है और इसके कई क्षेत्रों में 360 कि.मी/घंटा की रफ्तार से हवाएं चलती है।
18. सन् 1610 में सबसे पहले गैलीलियो ने बृहस्पति को दूरबीन से देखा था। उसने बृहस्पति ग्रह के चार सबसे बड़े उपग्रहों आयो, युरोपा, गैनिमीड और कैलीस्टो की खोज की थी। अब इन उपग्रहों को गैलीलियन उपग्रह कहते हैं।
19. बृहस्पति facts about jupiter in Hindi के कम से कम 64 चन्द्रमा हैं इसके सबसे बड़े चंद्रमा गैनीमेडे पर एक भूमिगत समंदर हैं जिसमें पूरी पृथ्वी से ज्यादा पानी हैं।
20. कई प्राचीन सभ्यताएँ इस ग्रह के बारे में जानती थी। रोमन सभ्तया के अनुसार बृहस्पति शनि ग्रह का बेटा और देवताओं का राजा है। हिंदू मान्यताओं के अनुसार बृहस्पति देवताओं का गुरू है। इसके सिवाए रोमन इस इस ग्रह को ओलंपस के सम्राट तथा रोमन साम्राज्य के रक्षक भी मानते थे।
21. बृहस्पति गृह केवल 9 घंटे 55 मिनट में अपनी धुरी के समक्ष एक चक्कर पूरा कर लेता है इसलिए बाकी सभी ग्रहों से बृहस्पति का एक दिन बहुत ही छोटा होता है इतनी तेज़ी से घूमने के कारण यह थोड़ा चपटा नज़र आता है।
22. हम जो बृहस्पति jupiter in hindi के चित्र देख पाते हैं वह बृहस्पति के ऊपर स्थित बादलों की परतों और पेटियों के ही होते हैं क्योकि बृहस्पति का वायुमंडल बादलों की कई परतों और पेटियों से बना है। विभिन्न तत्वों की रसायानिक प्रतिक्रियाओं के कारण यह बादल रंग-बिरंगे नज़र आते हैं।
23. बृहस्पति के बादलों के नीचे इसकी सतह है, जो कि ठोस नहीं बल्कि गैसीय है। इस का गैसीय घनत्व गहराई के साथ बढ़ता जाता है।
24. अब तक कुल आठ मिशन बृहस्पति पर भेजे गए हैं। सन् 1973 में सबसे पहले पायोनियर 10 भेजा गया था। इसके बाद पायोनियर 11, वायेजर 1 और गैलीलियो, कासीनी, युलीसीस और न्यु होराईज़न भेजे गए।
25. इनमें से 10 अक्तूबर 1989 को भेजा गया गैलीलियो यान आठ वर्षों तक बृहस्पति की कक्षा में रहा। गैलीलियो यान 8 दिसंबर 1995 को बृहस्पति की कक्षा में दाखिल हुआ और 21 सितंबर 2003 तक काम करता रहा।
26. बृहस्पति ग्रह पर बादल अमोनिया क्रिस्टल और अमोनियम हाइड्रो सल्फाइड के बने होने के कारन नारंगी और भूरे रंग के नज़र आते है।
27. 7वीं या 8वीं शताब्दी की प्रजाति Babylonians ने सबसे पहले इस ग्रह को देखा था। इसका नाम रोमन देवताओं के राजा के नाम पर रखा गया हैं।
28. बृहस्पति ग्रह को देखने के लिए किसी यंत्र की जरूरत नही होती। इसे हम खुली आंखो से देखा जा सकता हैं।
29. कई साल लगातार गैलीलियो ने दूरबीन से बृहस्पति पर नज़र रखी थी। उस समय माना जाता था कि पृथ्वी सारे ब्रह्मांड के केंद्र में है और बाकी सभी पिंड पृथ्वी की परिक्रमा कर रहे हैं। परंतु गैलीलियो ने पाया कि बृहस्पति के उपग्रह लगातार गति कर रहे हैं और कुछ महीनों के लिए दिखना बंद हो जाते हैं। इससे सिद्ध होता था कि बृहस्पति के उपग्रह उसकी परिक्रमा कर रह हैं। इससे यह बात साफ हो गई कि सारे आकाशी पिंड पृथ्वी की परिक्रमा नही कर रहे हैं। जब गैलीलियो ने अपनी इस बात को लोगों के सामने रखा तो उन्हें कट्टर ईसाई वाद का विरोध झेलना पड़ा, बाद में उन्होंने सज़ा के डर से माफी मांग ली।
30. बृहस्पति पृथ्वी को और सौर मंडल के अन्य ग्रहों को बाहरी उल्काओं के हमले से बचाए रखता हैं अपने शक्तिशाली गुरुत्वाकर्षण के कारण यह उल्काओ को अपनी तरफ खींच लेता है। इसलिए बृहस्पति ग्रह को सौर-मंडल का वैक्यूम क्लीनर कहा जाता है।
31. बृहस्पति पर पिछले 350 सालों से एक बवंडर चल रहा है जो कि लाल बादलों से बना हुआ है। यह बवंडर इतना बड़ा है कि इसमें तीन पृथ्वियां समा सकती हैं। चित्रों में देखने पर यह एक धब्बे की तरह नज़र आता है और इसे बृहस्पति की लाल आँख भी कहते हैं।
32. असल में यह एक उच्च दबाव वाला क्षेत्र है जिसके बादल कुछ ज्यादा ही ऊँचे और आसपास के क्षेत्रों से ठंडे है। ऐसे ही कुछ अन्य छोटे-छोटे बवंडर बृहस्पति समेत शनि और नेपच्यून पर भी देखे गए हैं। वैज्ञानिक अब तक पता नही लगा पाए कि ये उच्च दबाव के क्षेत्र इतने लंबे समय तक कैसे बने रहते हैं।
दोस्तों ये थे कुछ बृहस्पति ग्रह से जुड़ी जानकारी About jupiter in hindi और बृहस्पति ग्रह से कूड़े कुछ रोचक तथ्य Interesting facts about jupiter in hindi आशा करता हु आपको पसंद आये होंगे।
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